6. कृषकों के खेतों के भीड़ों पर पौष्टिक चारा घास रोपण:-पर्वतीय जनपदों में विभिन्न स्थानों पर पायी जाने वाली घास विमौचिया, विमान छड़, भिकुई आदि का विस्तारीकरण करने की योजना बनें।
2.
उन्होंने बताया कि योजना के तहत अलकनंदा भूमि संरक्षण वन प्रभाग ने रिंगाल रोपण, चाराघास उत्पादन के 122 कार्य, उद्यान विभाग ने टिशू कल्चर, केला उत्पादन, थराली, बचेर, रामणी व तूणगी में सुदृढ़ीकरण के 13 कार्य, नर्सरी, पशुपालन विभाग ने पीपलकोटी, बंगली, केदारकांठा, ग्वालदम में छह कार्य, हिमत्थोन परियोजना के तहत चारा विकास एवं घास रोपण के कार्य संचालित किए जा रहे है।